सिख संगत सिंहस्थ में करेगी सेवा, राष्ट्रीय अध्यक्ष आए
किसानो का अनुमान है कि सिंहस्थ के दौरान रोजाना करीब ढाई सौ क्विंटल फूलों की खपत होगी। पेशवाई और शाही जुलूसो के दौरान इसमें कुछ इजाफा हो सकता है। शहर में औसत 20 क्विंटल की रोजाना खपत है। पर्व त्योहारों पर खपत 40 क्विंटल के करीब हो जाती है। सिंहस्थ के दौरान 150 क्विंटल नोरंगा, 50 क्विंटल गेंदा, 50 क्विंटल गुलाब, 15 क्विंटल मोगरा की खपत का अनुमान है। दूधतलाई फूल मंडी के प्रमुख व्यापारी देवेंद्र गेहलोत का कहना है सिंहस्थ में आने वाले साधु संत हमारे अतिथि देव हैं। उनका मान-सम्मान हमारा फर्ज है।
तीन हजार किसान करते हैं उत्पादन
फूलो का उत्पादन शहर और आसपास के करीब तीन हजार किसान करते हैं। इनमें से अब गुलाब और मोगरे के उत्पादन के लिए करीब 1500 किसान तैयार हैं। किसानों के बीच उत्पादन तय हो जाने से किसानो को आपूर्ति में मदद मिलेगी। उन्हें पता होगा कि गुलाब और मोगरा कहां से आएगा और नोरंगा और गेंदा कहां से। माली समाज के पार्षद सत्यनारायण चौहान के अनुसार साधु-संतों को रोज ताजा फूल उपलब्ध कराए जाएंगे।
रेफ्रेड फ्रॉम: http://www.bhaskar.com
उज्जैन। राष्ट्रीय सिख संगत सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर व नि:शुल्क मेडिकल कैम्प लगाएगी। तैयारियों के संबंध में संगत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुचरणसिंह गिल जयपुर गुरुवार को उज्जैन आए। चरणसिंह गिल ने बताया गुरुनानक घाट पर उन्होंने निर्माण देखा और सिंहस्थ कार्यों की जानकारी दी।
स्वागत इकबालसिंह गांधी, इंदरजीत मुटरेजा, बलवीरसिंह मक्कड़ ने किया। आभार जत्थेदार सुरेंद्रसिंह अरोरा ने माना। स्वागत के लिए मंत्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, महापौर मीना जोनवाल भी पहुंचे।
गुलाब-मोगरे से महकेगा सिंहस्थ
उज्जैन। आज भास्कर से जिस तरह गुलाब की महक आपको प्रफुल्लित कर रही है, सिंहस्थ में साधु-संतों के मिजाज को भी गुलाब की खुशबू तरोताजा करेगी। गुलाब के साथ मोगरा भी मेले के आयोजनों को महकाएगा। शहर के फूल उत्पादकों ने सिंहस्थ में फूलों की आपूर्ति के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। किसानो का कहना है सिंहस्थ के दौरान गुलाब और माेगरे से साधु-संतों का स्वागत हो, इसके लिए किसानो को प्रेरित किया जा रहा है।
स्वागत इकबालसिंह गांधी, इंदरजीत मुटरेजा, बलवीरसिंह मक्कड़ ने किया। आभार जत्थेदार सुरेंद्रसिंह अरोरा ने माना। स्वागत के लिए मंत्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, महापौर मीना जोनवाल भी पहुंचे।
गुलाब-मोगरे से महकेगा सिंहस्थ
उज्जैन। आज भास्कर से जिस तरह गुलाब की महक आपको प्रफुल्लित कर रही है, सिंहस्थ में साधु-संतों के मिजाज को भी गुलाब की खुशबू तरोताजा करेगी। गुलाब के साथ मोगरा भी मेले के आयोजनों को महकाएगा। शहर के फूल उत्पादकों ने सिंहस्थ में फूलों की आपूर्ति के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। किसानो का कहना है सिंहस्थ के दौरान गुलाब और माेगरे से साधु-संतों का स्वागत हो, इसके लिए किसानो को प्रेरित किया जा रहा है।
किसानो का अनुमान है कि सिंहस्थ के दौरान रोजाना करीब ढाई सौ क्विंटल फूलों की खपत होगी। पेशवाई और शाही जुलूसो के दौरान इसमें कुछ इजाफा हो सकता है। शहर में औसत 20 क्विंटल की रोजाना खपत है। पर्व त्योहारों पर खपत 40 क्विंटल के करीब हो जाती है। सिंहस्थ के दौरान 150 क्विंटल नोरंगा, 50 क्विंटल गेंदा, 50 क्विंटल गुलाब, 15 क्विंटल मोगरा की खपत का अनुमान है। दूधतलाई फूल मंडी के प्रमुख व्यापारी देवेंद्र गेहलोत का कहना है सिंहस्थ में आने वाले साधु संत हमारे अतिथि देव हैं। उनका मान-सम्मान हमारा फर्ज है।
तीन हजार किसान करते हैं उत्पादन
फूलो का उत्पादन शहर और आसपास के करीब तीन हजार किसान करते हैं। इनमें से अब गुलाब और मोगरे के उत्पादन के लिए करीब 1500 किसान तैयार हैं। किसानों के बीच उत्पादन तय हो जाने से किसानो को आपूर्ति में मदद मिलेगी। उन्हें पता होगा कि गुलाब और मोगरा कहां से आएगा और नोरंगा और गेंदा कहां से। माली समाज के पार्षद सत्यनारायण चौहान के अनुसार साधु-संतों को रोज ताजा फूल उपलब्ध कराए जाएंगे।
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