Saturday 30 April 2016

सिंहस्थ में विदेशियों पर चढ़ा भगवा रंग

सिंहस्थ में एक संत शिविर ऐसा भी है, जहां सारे शिष्य विदेशी हैं। उनमें से कोई अपने देश में डॉक्टर है तो कोई इंजीनियर, मगर उन्हें सनातन धर्म की गहराई यहां खींच लाई है। अब वे यहां शिविर में झाड़ू लगाते हैं, कचरा उठाते हैं और भोजन के समय पूरी व्यवस्था संभालते हैं।

विदेशी शिष्यों का यह पुण्य कार्य मेला क्षेत्र में सदावल रोड स्थित महामंडलेश्वर महेश्वरानंद पुरी के शिविर में देखने को मिल सकता है। दुनिया की चकाचौंध को छोड़कर विदेशी लोग यहां अध्यात्म की गूढ़ गहराई को समझ रहे हैं। गुरु के प्रति सम्मान ऐसा कि जब

क्राउड कंट्रोल के लिए 35 फीट ऊंचे टावर से निगरानी


उज्जैन। क्राउड कंट्रोल के लिए मेला क्षेत्र, घाट और प्रमुख रास्तों पर 7 से 35 फीट ऊंचे टावर बनाए गए हैं। इन टावरों पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे को 'वॉच" कर रहे हैं। कुल 211 टावरों पर 500 पुलिसकर्मी तैनात हैं। अफसरों की मानें तो इन वॉच टावरों को तीन प्रमुख अमृत स्नान के लिए बनाया गया है। पहले स्नान में भले ही भीड़ कम रही हो लेकिन 9 एवं 21 मई को इन वॉच टावरों की जरूरत ज्यादा पड़ेगी।

सिंहस्थ में 5 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। हालांकि, 22 अप्रैल को पहले अमृत स्नान में तैयारी के हिसाब से श्रद्धालु नहीं आए। आम दिनों में भी उनकी

सिंहस्थ में भीड़ बढ़ने के साथ ही पानी की डिमांड भी बढ़ी

सिंहस्थ में भीड़ बढ़ने के साथ ही पानी की डिमांड भी बढ़ती जा रही है। मेला क्षेत्र में पीएचई पाइप लाइन के माध्यम से करीब सात करोड़ लीटर पानी रोज वितरित कर रहा है। इसके बावजूद पानी के जार और बोतल बंद पानी की खूब बिक्री हो रही है। लोग रोज करीब 50 हजार लीटर से ज्यादा पानी खरीद कर पी रहे हैं।

सिंहस्थ मेला क्षेत्र में पानी की व्यवस्था का जिम्मा पीएचई को दिया गया है। पीएचई द्वारा मेला क्षेत्र में

सूर्य से ऊर्जा लेकर 12 साल खाना खाए बगैर रहे

उज्जैन। ये हैं उमाशंकर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई की और अब सनयोगा की शिक्षा लोगों को देते हैं।उमाशंकर का दावा है कि वे सूर्य के कारण बारह साल तक खाना खाए बगैर रह चुके हैं। इसके पीछे वे वैज्ञानिक कारण गिनाते हैं। योगा लाइफ सोसायटी के शिविर में रुके उमाशंकर कहते हैं कि जिस तरह पौधे सूर्य से क्लोरोफिल लेकर जीवित रहते हैं, उसी तरह मनुष्य भी सूर्य से ऊर्जा लेकर जिंदा रह सकता है। क्लोरोफिल और ब्लड की पीएच वेल्यू एक समान रहती है।

उज्जैन के लिए कम मिल रहे यात्री, फिर बढ़ सकता है बस किराया

उज्जैन। सिंहस्थ में यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ने से बस ऑपरेटर एक बार फिर किराया बढ़ा सकते हैं। 9 अप्रैल को बस ऑपरेटरों ने प्रभारी मंत्री के साथ हुई बैठक में 22 अप्रैल से 21 मई तक किराया 25 फीसदी कम लेने का निर्णय लिया था। लेकिन कई ऑपरेटरों ने इसे भी नहीं माना। शाजापुर रूट के ऑपरेटर अब भी पूरा किराया वसूल रहे हैं। इंदौर, देवास, शाजापुर, आगर, बड़नगर व उन्हेल रोड से सर्वाधिक यात्री उज्जैन पहुंचते हैं।


Event's of the day.


प्रवीण आर्य जयपुर का पखावज वादन
स्थान – भारत माता समन्वय शिविर, मुल्लापुरा
समय – शाम 7 बजे








शास्त्रीय नृत्य, भक्ति संगीत, लोकनृत्य
स्थान – भरतमुनि मंच गायत्री मंदिर के पास, मंगलनाथ
समय – शाम 7.30 बजे







नाग मंडल की प्रस्तुति
स्थान – कालिदास मंच, मंगलनाथ क्षेत्र, आगर रोड
समय – शाम 7.30 बजे









लोक एवं आदिवासी चित्र
स्थान – विक्रमादित्य मंच, गढ़कालिका, भेरुगढ़ क्षेत्र
समय – शाम 7.30 बजे







खाकी अखाड़े की पेशवाई
स्थान – खेड़ापति हनुमान मंदिर, कोयला फाटक
समय – शाम 4 बजे








कलपतरू दर्शन
स्थान – नित्यानंद पीठ्म, सदावल मार्ग
समय – सुबह 9 बजे









रासलीला
स्थान – पहाड़ी बाबा नगर, खाक चौक चौराहा, मंगलनाथ क्षेत्र
समय – रात 8 बजे





रासलीला
स्थान – हरिसेवा धाम, उदासीन आश्रम, दत्त अखाड़ा क्षेत्र
समय – रात 8 बजे





नंदूजी के द्वारा श्याम संकीर्तन
स्थान – श्री श्याम परिवार महासंघ, मुल्लापुरा चौराहा
समय – शाम 7.30 बजे




पंचकोशी यात्रा से दो दिन पहले ही पहुंच गए श्रद्धालु


118 किलोमीटर की पंचकोशी यात्रा विधिवत् 1 मई से शुरू होगी, लेकिन दो दिन पूर्व शुक्रवार से ही श्रद्धालु शहर पहुंच गए हैं। घाटों पर भी भीड़ देखी जा रही है। अभी तक सिंहस्थ में ज्यादा भीड़ नहीं उमड़ी है। अधिकारियों ने 1 मई से प्रारंभ होने वाली यात्रा में भीड़ जुटने का अनुमान लगाया था। इसका असर देखने को भी मिल रहा है।पुराने शहर सहित प्रमुख घाटों पर भीड़ बढ़ गई है। श्रद्धालु यात्रा के दो दिन पूर्व ही आ गए हैं और अपना डेरा जमा लिया है। हर साल इस यात्रा में  1 लाख से अधिक लोग शामिल होते हैं। प्रशासन को 8 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।

प्रभारी मंत्री ने किया मेला क्षेत्र को पास फ्री घोषित, मंत्री पारस जैन ने कहा प्रवेश पर रोक रहेगी जारी


प्रभारी मंत्री भूपेंद्रसिंह ने पूरे मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर से रोक हटाने और मेला क्षेत्र को पास फ्री घोषित करने के फैसले के एक दिन बाद स्कूली शिक्षामंत्री पारस जैन के बयान ने एक बार फिर असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। मंत्री पारस जैन ने कहा है कि शुक्रवार से कुछ क्षेत्रों में वाहनों के प्रवेश को रोक दिया जायेगा। यातायात की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिये यह फैसला लिया गया है। क्योंकि वाहनों की वजह से रास्तों में श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ती है। मंत्री पारस जैन के बयान पर जब प्रभारी मंत्री से चर्चा की गई तो उन्होने सवाल का घूमा-फिराकर यह जवाब दिया कि वाहनों पर रोक नहीं रहेगी सिर्फ डाइवर्शन किया जायेगा, यानी कुल मिलाकर एक बार फिर से रास्तों को रोका जायेगा। जिसकी वजह से श्रद्धालुओं को लंबा सफर तय करना पड़ेगा और पुलिस की मनमानी का भी सामना करना पड़ेगा।

Friday 29 April 2016

हाई-फाई दावों के बीच फ्री वाई-फाई गायब


उज्जैन। कुंभ नगरी उज्जैन में 150 स्थानों पर फ्री-वाईफाई इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने का दावा मेला प्रशासन ने किया था। मगर सुविधा चुनिंदा जगहों के अलावा कहीं नजर नहीं आ रही। अफसरों ने भी खुद इस बात की तस्दीक की है। अधिकारियों के अनुसार बीएसएनएल ने महाकाल मंदिर, टॉवर चौक, रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट सहित 52 जगह फ्री वाई-फाई हॉट स्पॉट शुरू किए हैं। इधर रिलायंस जियो सीएसआर एक्टिविटी के तहत 50 में से सिर्फ 22 स्थानों पर ही यह सुविधा शुरू कर पाया है। नईदुनिया ने प्रशासन और कंपनी द्वारा बताई फ्री इंटरनेट लोकेशन पर जाकर पड़ताल की तो देखने में आया कि नेटवर्क मिल ही नहीं रहा। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए डिजिटल इंडिया प्रोग्राम को आगे बढ़ाने के लिए मप्र
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नरेंद्र गिरी ने कहा देश के टुकड़े किए जवाहरलाल नेहरू ने, मौजूद थे नरेंद्र गिरी

दत्त अखाड़ा जोन के मोहनपुरा में नेहरू युवा केंद्र ने सिंहस्थ शिविर लगाया है। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनवाल के मुख्य आतिथ्य में इसका शुभारंभ हुआ। इस मौके पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी भी वक्ता के रूप में मौजूद थे।

उन्होंने अपनी बारी आने पर सिंहस्थ के बारे में बताया। युवाओं का उत्साह बढ़ाया और कहा इस देश को देशभक्त नौजवानों की जरूरत है। इसी बीच उन्होंने अपनी वाणी को नई दिशा देते हुए धाराप्रवाह बोलना शुरू किया। वे बोले इस संगठन का नाम बदल देना चाहिए। नेहरू युवा केंद्र के बदले विवेकानंद युवा केंद्र रख देना चाहिए। जवाहरलाल नेहरू ने आखिर इस देश को दिया क्या है। प्रधानमंत्री बनने के लिए उन्होंने देश के दो टुकड़े कर दिए।
कार्यक्रम में मौजूद लोग उनकी बातें सुनकर सन्न रह गए। अधिकांश लोग बीजेपी, विद्यार्थी परिषद और बीजेपी के ही अनुसांगिक संगठनों से जुड़े हुए थे।

कार्यक्रम के बाद नरेंद्र गिरी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मैसेज पढ़ते ही कांग्रेस नेता उबल पड़े। शहर अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा ने कहा नरेंद्र गिरि संत हैं ही नहीं, वे भाजपा की भाषा बोलते रहे हैं।
पूर्व विधायक राजेंद्र भारती ने कहा संतों को ऐसे बयानों से बचना चाहिए। यह उनकी मर्यादा के खिलाफ है। सिंहस्थ पर ध्यान दें। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोहर बैरागी ने कहा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से राजनीतिक बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती। वरिष्ठ कांग्रेस नेता योगेश शर्मा ने कहा नरेंद्र गिरी का बयान शर्मनाक है। कांग्रेस नेता सुनील जैन ने कहा गिरी को अपना बयान वापस लेना चाहिए। वह हमें आंदोलन करने के लिए मजबूर ना करे।

अयोध्या में मंदिर तो राम ही बनाएंगे नेता तो एक मकान भी नहीं बना पाते


 सिंहस्थ मेले में आए महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंदजी महाराज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा- मंदिर तो बन चुका है, बस उसे आकार देना है। यह काम भगवान राम ही करेंगे, जब उनकी इच्छा होगी मंदिर बन जाएगा। स्वामीजी ने नेताओं का नाम लिए बगैर कहा- ये तो एक मकान भी नहीं बना पाते हैं।

संतश्री ने आगे कहा- जिस तरह भगवत गीता ने आजादी दिलाई और उसके निमित्त बने गांधीजी, उसी तरह मंदिर निर्माण को लेकर सरकार को स्वयं राम प्रेरणा देंगे। कोई भी काम होने से पहले अंतरिक्ष में उसकी रूपरेखा तैयार हो जाती है। राम मंदिर निर्माण की भी तैयारी हो चुकी है। महाराजश्री हिंदी विषय में पीएचडी हैं। वे सागर महाविद्यालय में प्रोफेसर भी रहे। विवाह नहीं किया और सीधे संन्यास ले लिया। स्वामीजी के शिविर में कैलिफोर्निया से सुधा तोमर भी आईं हैं।

प्रत्येक समस्या का हल है यज्ञ

संतश्री ने कहा संसार की प्रत्येक समस्या का हल यज्ञ है। फिर चाहे वह प्रदूषण की समस्या हो या वैचारिक मतभेद की। वे अभी तक 22 राजसूर्य यज्ञ करा चुके हैं। इसमें 18 कटंगी, 2 मुलताई, 1 बैतूल और 1 रांची में करा चुके हैं। उज्जैन में भी यज्ञ कर रहे हैं। यह शांति, सुख, समृद्धि और प्राणीमात्र के कल्याण की कामना से किया जा रहा है।

नेत्रदान करना भी यज्ञ

प्रज्ञानंद महाराज ने कहा- यज्ञ का अर्थ केवल हवन कुंड में आहुतियां देना ही नहीं है, बल्कि उसकी सही परिभाषा है- ह्रदय की वेदी पर प्राणों की समिधा द्वारा ज्ञान की अग्नि को प्रज्ज्वलित कर मन की चंचलता की आहुतियां दें, यह सबसे बड़ा यज्ञ है। इसके तीन आधार है- त्याग, सेवा और परोपकार। नेत्रदान करना भी यज्ञ है। प्रभु का नाम जपना भी यज्ञ है।

पिछले सिंहस्थ से अच्छी व्यवस्था

स्वामीजी ने बताया वे 1992 और 2004 के सिंहस्थ में भी आ चुके हैं। इस बार 100 गुना अच्छी व्यवस्था है। प्रदेश सरकार ने अमेरिका तक प्रचार किया लेकिन लोग कम आए। अब जिन्हें महाकाल ने बुलाया, वे आ गए, जिन्हें नहीं बुलाया वे नहीं आए। सरकार को नारा देना था- चलो बुलावा आया है, महाकाल ने बुलाया है।

धर्म परिवर्तन बड़ी समस्या

संतश्री ने कहा- हमारी नजर में धर्म परिवर्तन वर्तमान समय की सबसे बड़ी समस्या है। ईसाई मिशनरियां तेजी से धर्म परिवर्तन में लगी हैं। वे मेडिटेशन और एजुकेशन के बहाने हमारे गरीब और सीधे-सादे हिंदू बंधुओं को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं। हम संतों को भी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे आना होगा। हमें गुरुकुल और अस्पतालों की स्थापना करनी होगी।

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काठी और कथक नृत्य : Event of the day

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















काठी और कथक नृत्य की प्रस्तुति सरोद वादन और ध्रुपद गायन की प्रस्तुति
स्थान – मंगलनाथ क्षेत्र का भरतमुनि मंच

श्रीसुदर्शन महायज्ञ और श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ : Event of the day

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















श्रीसुदर्शन महायज्ञ और श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ

स्थान - श्रीरामानुज कोट रामघाट

हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत : Event of the day

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के साथ सितार वादन और नाटक दूजो कबीर का मंचन
स्थान – मंगलनाथ क्षेत्र के कालिदास मंच

कुमार बंधु का भजन गायन : Event of the day

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















कुमार बंधु का भजन गायन
स्थान – भूखीमाता क्षेत्र का भर्तृहरी मंच

सहज योग कैंप का उदघाटन : Event of the day


आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















सहज योग कैंप का उदघाटन
स्थान – सहज योगिनी शैलजादेवी का शिविर
समय - शाम 7 बजे

महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरुपानंदजी की श्रीमद् भागवत कथा : Event of the day


आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन
















महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरुपानंदजी की श्रीमद् भागवत कथा
स्थान - चारधाम मंदिर

डॉक्टर स्वामी दिव्यानंदजी की जगन्नाथ कथा : Event of the day


आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















डॉक्टर स्वामी दिव्यानंदजी की जगन्नाथ कथा
स्थान – संत उत्तम स्वामी का शिविर
समय – दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक

Event of the day: शनिदेव की 19 टन वजनी प्रतिमा का अनावरण

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















शनिदेव की 19 टन वजनी प्रतिमा का अनावरण
स्थान – सदावल रोड स्थित श्री दाती महाराज का आश्रम

Event of the day: रमेशभाई ओझा की श्रीमद् भागवत कथा

आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















रमेशभाई ओझा की श्रीमद् भागवत कथा
स्थान – श्री गुरूकार्ष्णि शिविर
समय – शाम 4 से सात बजे तक  

Events of the day : संत मोरारी बापू की रामकथा


आज दिनांक 29/04/2016 के आयोजन















संत मोरारी बापू की रामकथा
स्थान – अवधेशानंदजी गिरी का प्रभु प्रेमी संघ शिविर
समय – सुबह 9 से 12 बजे तक












Thursday 28 April 2016

जहां गरजी थीं बोफोर्स तोपें, वहां गूंजे वेदमंत्र-योगेश्वर दास


दरअसल, यहां भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के शहीदों की स्मृति में 100 कुंडीय अतिविष्णु महायज्ञ किया जा रहा है। इस महायज्ञ में सवा करोड़ से ज्यादा आहुतियां दी जाएंगी, जिसमें शहीद परिवार के करीब 400 परिजन भी शामिल हो रहे हैं। संत योगेश्वर दास से जब बातचीत का सिलसिला शुरू करते हुए पूछा कि आखिर इस तरह के यज्ञ की प्रेरणा कहां से मिली? उन्होंने कहा कि मैं सैन्य परिवार से हूं। मेरे पिता, भाई और मित्र सेना में रहे हैं। देशभक्ति मुझे विरासत में मिली है।

दिव्यांग महावीरदास त्यागी साइकल से नाप रहे पूरा देश

जन्म से एक पैर से दिव्यांग होने के बावजूद छात्र जीवन में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीता। 14 वर्ष की आयु में घर छोड़ संत बन गए। इन्होंने अपनी कमजोरी को ताकत बना लिया। अब साइकिल से देशभर में घूम रहे हैं। मंगलनाथ क्षेत्र स्थित बैजनाथ धाम आजाद नगर खालसा ग्वालियर 14 भाई त्यागी के आश्रम में आए संत महावीरदास त्यागी जन्म से ही एक पैर से दिव्यांग हैं। इसके बाद भी उन्होंने शासकीय सिंधिया विद्यालय ग्वालियर में अध्ययन करते हुए खेल प्रतियोगिताओं में दिल्ली,

सिंहस्थ में सेवा का जज्बा महिलाओं ने छोड़ा किचन


सिंहस्थ का उत्साह चरम पर है। चहुंओर अध्यात्म और श्रद्धा का संगम दिख रहा है। कहीं कथा चल है तो कहीं कीर्तन। साधु-संत लोगों को जीने की राह बता रहे हैं तो कुछ लोग सेवा की इबारत भी लिख रहे हैं। महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़कर पुलिस के कंधे से कंधा मिलाकर व्यवस्था बनाने में सेवा दे रही हैं। एक ही परिवार के सास-ससुर से लेकर पोता-पोती भी पुलिस लिखी जैकेट पहनकर देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं को राह दिखने का काम कर रहे हैं।

ये लोग पुलिस विभाग से तनख्वाह पाने वाले नहीं बल्कि नगर सुरक्षा सेवा समिति के सदस्य हैं। सिंहस्थ में

दिनभर धूप में बैठ कर रहे 'सूर्यतप साधना'

सिंहस्थ मेले में तप का संकल्प लेकर कठिन साधना करने वालों की सूची लंबी है। कोई वर्षों से हाथ उठाकर हठयोग कर रहा है, तो कोई संत सालों से कांटे पर सोते हैं। अनेकों संत चिलचिलाती धूप में धूनी रमाते हैं तो कोई पेड़ से लटककर ईश्वर प्राप्ति करना चाहता है।

इन सबके इतर मोहनपुरा पेट्रोल पंप के पास अवधूत गति प्राप्त करने के लिए संत सूर्यतप साधना में लीन हैं। सनातन परंपरा में इसे सबसे कठिन माना गया है। साधना में लीन संत दिनभर खुले आसमान के नीचे बैठकर ईश्वर का ध्यान करते हैं।

त्रिकाल भवंता का समाधि ड्रामा खत्म परी अखाड़े से गिरफ्तार कर जेल भेजा


उज्जैन.गड्ढे में उतरकर समाधि लेने की धमकी देने वाली त्रिकाल भवंता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी एक शिष्या भी गिरफ्तार की गई है। पुलिस ने पूरी योजना के साथ अपनी कार्रवाई काे अंजाम दिया।
बजरंग दल व मीडिया से बचकर यह कार्रवाई की गई। दोनों को पहले थाना दर थाना घुमाया गया, उसके बाद जेल भेज दिया। इस गिरफ्तारी की पूरे मेले में खूब चर्चा रही। कोई साधु- संत उसके समर्थन में नहीं आया। पुलिस ने इस पूरे मामले की पुष्टि कर दी है। त्रिकाल भवंता शिष्या लक्ष्मी, बजरंग दल नेता धन्ना व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

उज्जैन में पकड़ाया चोर गिरोह, सर्चिंग में मिले लाखों रुपए

सिंहस्थ में बढ़ती चोरी की घटनाओं के बीच पुलिस ने गुरुवार लालपुल के नीचे एक चोर गिरोह को पकड़ा है। इनके पास से लाखों रुपए बरामद किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने साधु के भेषण में एक युवक को एक श्रद्धालु की पेंट चुराते हुए पकड़ा। युवक की निशानदेही पर लालपुर के नीचे डेरे की सर्चिंग की गई, जहां से लाखों रुपए बरामद किए गए। 200 लोगों का डेरा यूपी के बाराबंकी से आया है, डीआईजी राकेश गुप्ता के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। पूरे मेला क्षेत्र में चोर गिरोह के और भी सदस्यों के होने की आशंका है।
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Kumbh mela event 2016


KUMBHA MELA 2016 / 25th April - 14th May / 3 weeks




Program: 
26-30 April : International Seminar “Yoga for Peace and Humanity“
1- 4 May: Bhakti Yoga “Path to Consciousness and Divinity”
5 -15 May: Global Yoga Convention : 
· 5 to 8 Physical, emotional and mind global health 
· 9 to12: Yoga and daily life management
· 13 to 15: Antaryatra, inner life and meditation

सिंहस्थ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 'डॉग टीम'

सिंहस्थ में करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 30 खोजी कुत्ते भी तैनात है, जो हजारों सुरक्षाकर्मियों के साथ मैदान में डटे हैं। जर्मन शेफर्ड, लेब्राडोर एवं डाबरमैन प्रजाति के ये डॉग कड़े प्रशिक्षण से गुजरे हैं। इन्हें खासतौर पर विस्फोटक सुंघाकर उसकी गंध्ा से परिचित कराया गया है। रोज सुबह से ही इनका बिजी शेड्यूल शुरू हो जाता है। महाकाल मंदिर, मेला क्षेत्र, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर इनकी मौजूदगी हमेशा दिखाई देती है।

इन प्रजाति के डॉग

- 14 जर्मन शेफर्ड

Raas Panchadhyayi: Juna Akhara Shivir





You all are invited to Simhastha mahakumbh Ujjain Pravachan on Raas panchadhyya by Sri Pundrik Goswami ji maharaj at juna akhada shivir from 2 may to 6 may.



 Timimgs : 


3 pm to 6 pm 


and live on aastha bhajan from 3 may to 7 may morning 9am to 12pm.

उज्जैन की सिटी बसों में अब कहीं भी घूमें मुफ्त


सरकार ने मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ाने के लिए सिटी बसों में घूमना पूरी तरह फ्री कर दिया है। सिंहस्थ में कम भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। दरअसल सरकार ने सिंहस्थ के पहले अमृत स्नान में 1 से डेढ़ करोड़ लोगों के आने के आने का अनुमान लगाया था लेकिन भीड़ आधी भी नहीं जुटी थी।
अब मेला शुरू हुए पांच दिन हो गए, फिर भी भीड़ बढ़ने की बजाय घटती जा रही है। इस बात से चिंतित सरकार ने भीड़ बढ़ाने के लिए शौचालय और पानी की स्थिति में सुधार लाने को सख्त फैसले लिए और गुस्र्वार से मेला अवधि

Wednesday 27 April 2016

कम्प्यूटर की स्पीड 'रेम' से और हमारी 'राम' से: बाबा कम्प्यूटर

सिंहस्थ मंगलनाथ क्षेत्र में 72 कमरे, विशाल प्रवचन हॉल और चार विशेष कुटिया नजर आए और साथ में श्रद्धालुओं का स्वागत चाय से हो रहा तो समझिए कि आप कम्प्यूटर बाबा के पंडाल में प्रवेश कर चुके हैं। सोफे पर बैठे बाबा हर घंटे में पंडाल में घूम रहे भक्तों के लिए चाय पीने की उद्घोषणा कराना नहीं भूलते हैं।

यह यहां की प्रसादी है। चर्चा में कम्प्यूटर बाबा कहते हैं कि कम्प्यूटर की स्पीड रेम से होती है और हमारी राम से। बता दें कि कम्प्यूटर बाबा (नामदेव दास त्यागी) ने नर्मदा के लिए अनेक आंदोलन किए हैं।

डंडे वाले बाबा: डंडे के स्पर्श से छू-मंतर होती है पीड़ा

सिंहस्थ में महंत रामगिरिजी का पंडाल बड़नगर रोड पर लगा है। वे हमेशा अपने पास डंडा अवश्य रखते हैं। करीब 25 साल पहले उन्होंने संन्यास लिया था। एक बार वे अपने भक्त के घर गए। वहां उन्हें करीब तीन फीट लंबा डंडा दिखा। यह उन्हें अच्छा लगा तो भक्त ने उन्हें भेंट कर दिया। तब से वे इसे हर समय अपने पास ही रखते हैं। भजन और पूजन के समय भी ये साथ रहता है।

भक्तों के लिए एसी रूम, खुद ठहरे हैं टेंट की कुटिया में

रामगिरिजी महाराज की खास बात यह है कि वे अपने पंडाल के प्रवेश द्वार के पास बनी टेंट की कुटिया में ही रहते हैं। कुटिया के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं।

अब यज्ञ के लिए भी आधार कार्ड जरूरी

उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र में बनी एक यज्ञशाला ऐसी भी है, जहां आहुति देने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना जरूरी है। अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो यज्ञशाला में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह अनिवार्यता शकरवासा ग्राम परिसर त्रिवेणी घाट पर नर्मदा शिप्रा सांस्कृतिक शोध समिति उज्जैन व शुभारंभ बहुउद्देशीय संस्था महाराष्ट्र ने लागू की है। इनकी भव्य यज्ञशाला में यज्ञाचार्य जितेंद्र बैरागी द्वारा एक माह तक कुलदेव, पितृदेव शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।

सिंहस्थ कुम्भ से कूड़ा उठाने का मामला : सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश HC के फैसले पर रोक लगायी


नई दिल्ली: सिंहस्थ कुम्भ स्थल से कूड़ा उठाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। उज्जैन नगर निगम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। 7 अप्रैल को आए हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। हाई कोर्ट ने बीवीजी इंडिया की अर्जी पर ग्लोबल इंडिया को दिए ठेके पर रोक लगायी थी।

दरअसल, हाईकोर्ट ने मुंबई की कंपनी ग्लोबल वेस्ट मैनेजमेंट सेल प्राइवेट लिमिटेड को

simhastha mahaparva ujjain: Simhastha application

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महिलाओं के मंदिर प्रवेश पर रोक की परंपरा सही

उज्जैन। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एतराज के बीच जूना अखाड़े की महामंडलेश्वर सुनीतानंदजी गिरि ने पाबंदी का समर्थन किया है। उनका साफ कहना है कि सनातन धर्म की जो परंपराएं हैं, उनका वैज्ञानिक आधार हैं। इनसे छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। जिन मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी है, उचित है।

ऋषियों ने बनाए नियम

माई के नाम भक्तों के बीच प्रसिद्ध सुंदरबनी (राजौरी,

हेल्प लाइन पर संतों की रोज 400 शिकायतें

उज्जैन। अरबों स्र्पए खर्च करने के बावजूद सरकार कई साधु-संतों को पानी, शौचालय और बिजली जैसी सुविधा नहीं दे पाई है। सिंहस्थ में बनाई गई हेल्प लाइन-1100 में हो रही शिकायतों को देखकर यही कहा जा सकता है। हेल्प लाइन में हर रोज 3500 से 4 हजार तक कॉल आ रही हैं। इनमें 400 साधु-संतों से जुड़ी हैं। इसके अलावा वे हर रोज जोन कार्यालयों में जाकर समस्याएं गिना रहे हैं।

गुस्से में भवंता समाधि लेने गड्ढे में उतरीं नरेंद्र गिरि बोले-वह नौटंकी कर रही है

मिट्‌टी डली तब जागा प्रशासन 


परी अखाड़े में सोमवार को ही गड्ढा खुद गया था। मंगलवार को पूजा-अर्चना के बाद समाधि की तैयारी शुरू हो गई। मिट्टी डाली जाने लगी,तब प्रशासन की नींद खुली। ऐसे में सवाल उठा कि इसके पहले तक पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों का नेटवर्क कहां ध्वस्त हो गया।

पहले सख्ती फिर हाथ जोड़े 

पुलिस अधिकारी सूचना मिलते ही फोर्स के साथ परी अखाड़ा पहुंचे। यहां कुछ पुलिस अधिकारी गड्ढे में उतर गए। उन्होंने बजरंग दल दल के नेताओं व दुर्गा वाहिनी की सदस्यों को सख्ती से बाहर कर दिया। उसके बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारी त्रिकाल भवंता के सामने हाथ जोड़कर विनती करने लगा कि आप बाहर आ जाएं। त्रिकाल ने कहा मेरे नजदीक आने की कोशिश मत करना। एडीएम अवधेश शर्मा गड्ढे में

Photo Contest:Simhasth-2016, Ujjain


Photo Contest: 


22 April to 21 May, 2016 

Jansampark Madhya Pradesh and Madhya Pradesh Madhyam Initiative 

- Free Entry- 

During this Simhasth – 2016 an awesome chance to encounter the novel, one of its kind amalgamation of society and social energy of Indian conventions.
For more infrmation: http://goo.gl/8rmMT7 
सिंहस्थ-2016, उज्जैन
22 अप्रैल से 21 मई, 2016
जनसम्पर्क मध्यप्रदेश एवं मध्यप्रदेश माध्यम द्वारा आयोजित
(प्रवेश नि:शुल्क)
विषय – तसवीरों में सिंहस्थ-2016
सिंहस्थ कुंभ महापर्व मध्यप्रदेश की प्राचीन और धार्मिक पावन नगरी उज्जैन में पुण्य सलिला माँ शिप्रा में डुबकी लगाकर आनंदित होने का पर्व है। अपनी तरह के विशेष भारतीय परम्पराओं और सामाजिक सांस्कृतिक संयोजन के अद्भुत जीवंत अनुभव को सिंहस्थ-२०१६ के दौरान महसूस करने का अवसर मिलता है।

reffred from: Simhasthaujjain.in
                     bhaskar.com

सीएम ने श्रद्धालुओं से पूछा कितने देर में हो रहे दर्शन

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंगलवार को पत्नी साधनासिंह के साथ आम श्रद्धालु की तरह बैरिकेड्स से महाकाल दर्शन किए। परिसर में उन्होंने दर्शनार्थियों से पूछा आपको कितनी देर में भगवान के दर्शन हो रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा 20 मिनट में, मुख्यमंत्री दर्शन व्यवस्था से खुश नजर आए।

महाकाल मंदिर पहुंचने पर अधिकारी उन्हें विशेष गेट से अंदर ले जाने लगे लेकिन वे सामान्य दर्शनार्थियों के साथ टनल से दर्शन की कतार में लगे और मार्बल गलियारे होते हुए नंदी हॉल के पीछे बेरिकेड्स में पहुंचे

सिंहस्थ सरचार्ज, रतलाम से उज्जैन 25 रुपए, उज्जैन से रतलाम 30 रुपए

उज्जैन. यदि आप ट्रेन से सिंहस्थ घूमने जा रहे हैं तो सामान्य श्रेणी का रतलाम से उज्जैन तक का किराया 25 रुपए लगेगा लेकिन उज्जैन से लौटते समय 5 रुपए सरचार्ज सहित 30 रुपए चुकाने होंगे। सिंहस्थ के लिए खासतौर पर उपलब्ध कराई सुविधाओं के बदले रेलवे यह सरचार्ज वसूल रहा है।

वह भी श्रेणी के अनुसार सामान्य से लेकर फ़र्स्ट एसी

Varuthini Ekadashi Vrat – वरूथिनी एकादशी व्रत एवं महात्म्य

पाण्डु पुत्र युधिष्ठिर ने जब श्री कृष्ण से पूछा कि भगवन् वैसाख कृष्ण पक्ष की एकादशी को क्या कहते हैं और इस व्रत का क्या विधान एवं महत्व है तब श्री कृष्ण ने पाण्डु पुत्र सहित मानव कल्याण के लिए इस व्रत का वर्णन किया।

श्री कृष्ण ने कहा है वैसाख कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरूथिनी के नाम से जाना जाता है। इस एकादशी का बड़ा महात्म्य है। जो भक्त श्री विष्णु में मन को लगाकर श्रद्धा पूर्वक इस एकादशी का व्रत रखता है उसे दस हजार वर्ष तक तपस्या करने का पुण्यफल प्राप्त होता है। वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi Vrat) के व्रत से दानों में जो उत्तम दान कन्या दान कहा गया है उसका फल मिलता है।

फिर विवादों में नित्यानंद, भगवान के आगे रखी खुद की मूर्ति, संत हुए नाराज

उज्जैन.विवादों में घिरे परमहंस नित्यानंद एक और विवाद में उलझ गए हैं। अब नया विवाद उनकी मूर्ति को लेकर है। सिंहस्थ में उनके कैंप में शिव-पार्वती की मुख्य मूर्ति के ठीक आगे उनकी मूर्ति लगी हुई है।
सिंहस्थ में आए अखाड़े के श्रीमहंत, महंत और साधु-संतों ने इसे लेकर नाराजगी जताई। कहा- जीवित रहते हुए कभी नहीं देखा कि किसी ने खुद की मूर्ति बनवाकर पुजवाई हो, नित्यानंद क्या देवी-देवताओं के समकक्ष हो गए हैं जो उनकी मूर्ति वहां लगाई गई है। नित्यानंद धर्म का प्रचार करने आए हैं या खुद का।
सदावल रोड पर सिंहस्थ की सेलिब्रिटी बने नित्यानंद के कैंप में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। जितनी चर्चा नित्यानंद के कैंप की है, उतनी ही उनकी मूर्ति की भी। पंडाल में शिव-पार्वती की पंच धातु से बनी 12 फीट की करीब पांच टन वजनी मूर्ति के ठीक आगे नित्यानंद की साढ तीन फीट की मूर्ति लगी हुई है। इसके अलावा कैंप में दोनों ओर लगी 20 से ज्यादा मूर्तियों में