उज्जैन। सिंहस्थ में आप उज्जैन की सड़कों पर हिंदी, अंग्रेजी समेत 8 भाषाओं में अनाउंसमेंट सुन पाएंगे। चाहे आप गुजरात, साउथ इंडिया, बंगाल, महाराष्ट्र से ही क्यों न आए हों, आपको आपकी भाषा में जानकारियां मिल सकेंगी। पुलिस ने मध्यप्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों के लोगों की मदद से 8 भाषाओं में रिकार्डिंग करवाई है, जो हर घाट, रेलवे स्टेशन, सेटेलाइट टाउन, बस स्टैंड आदि जगह सुनने को मिलेगी। 21 मई तक चलने वाले सिंहस्थ में देशभर से लोग आएंगे। पहले अमृत स्नान में मध्यप्रदेश के साथ गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली आदि प्रदेशों से लोग पहुंचे थे।
देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के चलते पुलिस ने हिंदी व अंग्रेजी के साथ अन्य भाषाओं में रिकार्डिंग कराई, जिसे नाम दिया पीए सिस्टम। मेला क्षेत्र के साथ सभी 6 प्रमुख रास्तों, सेटेलाइट टाउन, घाट, शहरी रास्ते, मंदिर आदि जगह लाउड स्पीकर लगाए गए हैं। जिनके जरिए बाहरी श्रद्धालुओं की मुश्किलों को हल किया जा रहा है। इन भाषाओं में रिकार्डिंग हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तेलगू, तमिल, कन्न्ड़ आदि। स्क्रीन देखकर करेंगे गाइड श्रद्धालुओं के साथ व्यवस्था में लगे अफसर, कर्मचारी या स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों को पीएम सिस्टम के माध्यम से गाइड किया जाएगा। इसके लिए रामघाट स्थित राणोजी की छत्री एवं माधवनगर में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। जहां स्क्रीन पर श्रद्धालुओं को गाइड किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कुछ महत्वपूर्ण स्थलों एवं अधिक भीड़ के दवाब वाले स्थानों पर अलग से माइक उपलब्ध होगा। जहां से स्थानीय भाषाओं में उद्घोषणाएं की जाएंगी, जो सामान्य तौर पर लगातार चलती रहेंगी। स्थानीय लोग व एनजीओ से ली मदद पुलिस ने उज्जैन में निवासरत लोगों की मदद कर बातें रिकार्डिंग करवाई हैं। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं से भी मदद ली गई है।
More on: http://goo.gl/vk2r4f
देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के चलते पुलिस ने हिंदी व अंग्रेजी के साथ अन्य भाषाओं में रिकार्डिंग कराई, जिसे नाम दिया पीए सिस्टम। मेला क्षेत्र के साथ सभी 6 प्रमुख रास्तों, सेटेलाइट टाउन, घाट, शहरी रास्ते, मंदिर आदि जगह लाउड स्पीकर लगाए गए हैं। जिनके जरिए बाहरी श्रद्धालुओं की मुश्किलों को हल किया जा रहा है। इन भाषाओं में रिकार्डिंग हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तेलगू, तमिल, कन्न्ड़ आदि। स्क्रीन देखकर करेंगे गाइड श्रद्धालुओं के साथ व्यवस्था में लगे अफसर, कर्मचारी या स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों को पीएम सिस्टम के माध्यम से गाइड किया जाएगा। इसके लिए रामघाट स्थित राणोजी की छत्री एवं माधवनगर में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। जहां स्क्रीन पर श्रद्धालुओं को गाइड किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कुछ महत्वपूर्ण स्थलों एवं अधिक भीड़ के दवाब वाले स्थानों पर अलग से माइक उपलब्ध होगा। जहां से स्थानीय भाषाओं में उद्घोषणाएं की जाएंगी, जो सामान्य तौर पर लगातार चलती रहेंगी। स्थानीय लोग व एनजीओ से ली मदद पुलिस ने उज्जैन में निवासरत लोगों की मदद कर बातें रिकार्डिंग करवाई हैं। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं से भी मदद ली गई है।
More on: http://goo.gl/vk2r4f
No comments:
Post a Comment