-सदी के दूसरे सबसे बड़े धार्मिक मेले में शुक्रवार को पहले शाही स्नान में एक भी शंकराचार्य नहीं पहुंचा। चारों पीठों के शंकराचार्य अगले माह आएंगे।
- जूना अखाड़ा ने शाही स्नान में सबसे पहले डुबकी लगाई। इनके बाद अग्नि और आह्वान अखाड़े और उसके बाद साध्वियों ने डुबकी लगाई।
-तत्कालीन शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंदजी, जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर पायलट बाबा, परमहंस नित्यानंद, महामंडलेश्वर दाती महाराज आदि संतों ने भी पुण्य कमाया।
अब दो ही शाही स्नान बाकी
3 मई एकादशी व्रत
6 मई स्नान पर्व
9 मई शाही स्नान
11 मई शंकराचार्य जयंती
15 मई वृषभ संक्रांति पर्व
17 मई मोहिनी एकादशी पर्व
19 मई प्रदोष पर्व
20 मई नृसिंह जयन्ती पर्व
21 मई अंतिम शाही स्नान
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- जूना अखाड़ा ने शाही स्नान में सबसे पहले डुबकी लगाई। इनके बाद अग्नि और आह्वान अखाड़े और उसके बाद साध्वियों ने डुबकी लगाई।
-तत्कालीन शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंदजी, जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर पायलट बाबा, परमहंस नित्यानंद, महामंडलेश्वर दाती महाराज आदि संतों ने भी पुण्य कमाया।
अब दो ही शाही स्नान बाकी
3 मई एकादशी व्रत
6 मई स्नान पर्व
9 मई शाही स्नान
11 मई शंकराचार्य जयंती
15 मई वृषभ संक्रांति पर्व
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