कोई IIT तो कोई MBA साधु, आपके लिए आश्चर्य हो सकती हैं ये कहानियां
कोई आईआईटी या विदेश से पढ़ाई करके अच्छे पैकेज पर नौकरी करने के बजाए, संन्यासी का कठिन जीवन गुजारना पसंद करें ये बात सुनने में आपको अटपटी जरूर लग सकती है, लेकिन उज्जैन सिंहस्थ में कुछ संन्यासी ऐसे भी हैं जिनसे मिलने पर आप भी उनकी सादगी और वैराग्य के मुरीद हो सकते हैं हम आपको बताने जा रहे हैं सिंहस्थ मेें आए कुछ बहुत पढ़े- लिखे संन्यासियों के बारे में। जिन्होंने धर्म व संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए सांसरिक जीवन को छोड़कर वैराग्य का रास्ता अपना लिया…
नाम-महामंडलेश्वर देवी मां शिवांगी नंद गिरी।
शिक्षा-बी.ई. आर्किटेक्चर।
कहां से हैं-उज्जैन (मध्यप्रदेश) से।
नाम-महामंडलेश्वर मां कविता गिरि।
शिक्षा-एम.एससी. इकोलॉजी, एम.बी.ए. नेचुरल रिर्सोसेज डेवलपमेंट(थाइलैंड), एम.बी.ए. पब्लिक पॉलिसी(केनेडा)।
कहां से हैं-नेेपाल से।
नाम-पवन भारती (नागा साधु)।
शिक्षा- आई.आई.टी. कानपुर से।
कहां से हैं -पश्चिम बंगाल से।
नाम-महंत डॉ. हरिहर रसिक।
शिक्षा- ज्योर्तिविज्ञान में पीएच.डी. (प्रवज्जा योग)।
कहां से हैं - उज्जैन (मध्य प्रदेश) से।
कहां से हैं - उज्जैन (मध्य प्रदेश) से।
नाम- अघोर तांत्रिक डॉ. शिवानी दुर्गा।
शिक्षा- शिकागो विश्वविद्यालय से पीएच.डी.(ऑकल्ट साइंस, दस महाविद्या और कर्मकांड, वैदिक साइंस- विक्का, वुडू तंत्र एक धर्म)
कहां से हैं- अलवर (राजस्थान)
कहां से हैं- अलवर (राजस्थान)
No comments:
Post a Comment