यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, ब्राजील, अर्जेंटिना से आए ये भक्त आश्रम में कचरा उठाते हैं। झाडू लगाते हैं। भोजन का प्रबंध करते हैं। मैन्यू भी तय करते हैं। श्रद्धालुओं की अगवानी से लेकर छोटी-बड़ी सभी व्यवस्थाएं खुद संभालते हैं। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में सदावल रोड पर बने महामंडलेश्वर नित्यानंदजी के कैंप में 60 देशों के 374 शहरों के भक्त आए हैं।
ये कैंप पूरी तरह एसी है। यहां की व्यवस्थाएं विदेशी उसी तरह संभाल रहे हैं जैसे वे यहीं के हों। आश्रम के व्यवस्थापक आत्मपूजानंद स्वामी ने बताया ये भक्त विदेशों में स्थापित नित्यानंद संघ के तहत संचालित आश्रम व मंदिरों से हजारों की संख्या में यहां आए हैं। उन्हें कोई भी काम बताने की जरूरत नहीं होता। वे खुद आगे बढ़कर उन्हें करने में जुट जाते हैं। सफाई करने से लेकर योग व ध्यान में भी वे भागीदारी करते हैं।
ये कैंप पूरी तरह एसी है। यहां की व्यवस्थाएं विदेशी उसी तरह संभाल रहे हैं जैसे वे यहीं के हों। आश्रम के व्यवस्थापक आत्मपूजानंद स्वामी ने बताया ये भक्त विदेशों में स्थापित नित्यानंद संघ के तहत संचालित आश्रम व मंदिरों से हजारों की संख्या में यहां आए हैं। उन्हें कोई भी काम बताने की जरूरत नहीं होता। वे खुद आगे बढ़कर उन्हें करने में जुट जाते हैं। सफाई करने से लेकर योग व ध्यान में भी वे भागीदारी करते हैं।
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