Saturday 23 April 2016

पुलिस ने सिंहस्थ शाही स्नान करने से रोका- परमात्मादास


उज्जैन। निर्मोही रामानंदी संतों का श्रीमहंत पद को लेकर विवाद अमृत स्नान से ठीक पहले गुरुवार देर रात तक जारी रहा। आखिरकार शुक्रवार सुबह अखाड़े के श्रीमहंत राजेंद्रदास और अयोध्यादास सहित अन्य संत स्नान करने के लिए निकले। दूसरे पक्ष के संत परमात्मादास ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें अमृत स्नान में जाने से रोका। छावनी को जेल बना दिया और निशान भी छीन लिए। ऐसा अखाड़ा परिषद के इशारे पर किया गया। संत का कहना है कि वे अब अखाड़ा परिषद को नहीं मानेंगे। मान्यता नहीं देने के मसले पर पुलिस कंट्रोल रूम में परमात्मादास की एसपी मनोहर
सिंह वर्मा से तकरार भी हुई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हमें जेल में डाल दें।

दो दिन पहले निर्मोही रामानंदी संतों ने परमात्मादास को निर्मोही अणि अखाड़ा का श्रीमहंत घोष्ाित किया था। विधिवत नोटरी करवाकर मेला प्रशासन से श्रीमहंत की हैसियत से निर्मोही अणि अखाड़ा के शाही स्नान की अनुमति मांगी गई थी।
हालांकि इस बीच एक बार फिर श्रीमहंत को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अखाड़े के एक अन्य संत राजेंद्रदास का कहना था कि वे ही श्रीमहंत की हैसियत से अमृत स्नान करेंगे, परमात्मादास नहीं। जबकि दूसरा धड़ा परमात्मादास के नाम पर अड़ा रहा। इसे लेकर देर रात तक पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ चर्चा चलती रही।
पुलिस कंट्रोल रूम पर मान्यता नहीं देने के मामले में परमात्मादास की एसपी मनोहरसिंह वर्मा से हाटटॉक हुई और उन्होंने यहां तक कह दिया कि हमें जेल में डाल दें किंतु शाही स्नान के लिए हम ही जाएंगे। प्रशासन ने शनिवार तड़के निर्णय सुना दिया कि निर्मोही अखाड़ा से श्रीमहंत राजेंद्रदास, अयोध्यादास ही स्नान करेंगे।

अब अखाड़ा परिषद से हमारा नाता नहीं
श्रीमहंत परमात्मादास से जुड़े रामानंदी निर्मोही संतों ने अखाड़ा परिषद से अपना रिश्ता तोड़ लिया है। वे अब अखाड़ा के अध्यक्ष और महासचिव को नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि हक के लिए उनकी जंग जारी रहेगी। इधर श्रीमहंत मदनमोहनदास प्रशासन के निर्णय से आहत होकर स्नान न करते हुए भक्ति में लीन रहे।

More on: http://www.simhasthaujjain.co.in 


No comments:

Post a Comment