उज्जैन:
सिंहस्थ के दौरान निजी अस्पतालों को आपात कालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने यहां पूरी व्यवस्था करनी होगी। साथ ही अस्पतालों 5-10 बेड जरूरत पडऩे पर देने होंगे। ये निर्देश स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त संचालक डॉ. निधि व्यास ने दिए।
बुधवार को सीएमएचओ दफ्तर में निजी अस्पताल संचालकों के साथ सिंहस्थ की स्वास्थ्य तैयारियों को लेकर बैठक रखी गई थी। बैठक में आखिरी समय में सीएमएचओ भाग नहीं ले सके। उन्हें इमरजेंसी में एनएचएम के संचालक डॉ. बीएन चौहान के साथ जाना पड़ा। इसके बाद भी एक घंटे तक मीटिंग चली। इसमें निजी अस्पताल संचालकों से उनकी सलाह मांगी गई। निजी अस्पताल संचालकों ने सिंहस्थ के दौरान स्वास्थ्य विभाग को हर तरह की मदद के लिए तैयार दिखे। हालांकि जितने अस्पताल संचालकों को बुलाया गया था, उतने आए नहीं। जेडी डॉ. व्यास ने बाद में सीएमएचओ से इस संबंध में विस्तार से चर्चा की। सिंहस्थ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर स्वास्थ्य विभाग अपने साथ आपातकालीन सेवाओं के लिए निजी अस्पतालों जोड़ रहा है।
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सिंहस्थ के दौरान निजी अस्पतालों को आपात कालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने यहां पूरी व्यवस्था करनी होगी। साथ ही अस्पतालों 5-10 बेड जरूरत पडऩे पर देने होंगे। ये निर्देश स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त संचालक डॉ. निधि व्यास ने दिए।
बुधवार को सीएमएचओ दफ्तर में निजी अस्पताल संचालकों के साथ सिंहस्थ की स्वास्थ्य तैयारियों को लेकर बैठक रखी गई थी। बैठक में आखिरी समय में सीएमएचओ भाग नहीं ले सके। उन्हें इमरजेंसी में एनएचएम के संचालक डॉ. बीएन चौहान के साथ जाना पड़ा। इसके बाद भी एक घंटे तक मीटिंग चली। इसमें निजी अस्पताल संचालकों से उनकी सलाह मांगी गई। निजी अस्पताल संचालकों ने सिंहस्थ के दौरान स्वास्थ्य विभाग को हर तरह की मदद के लिए तैयार दिखे। हालांकि जितने अस्पताल संचालकों को बुलाया गया था, उतने आए नहीं। जेडी डॉ. व्यास ने बाद में सीएमएचओ से इस संबंध में विस्तार से चर्चा की। सिंहस्थ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर स्वास्थ्य विभाग अपने साथ आपातकालीन सेवाओं के लिए निजी अस्पतालों जोड़ रहा है।
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