Friday 20 May 2016

अखाड़ों का शाही स्नान अब सुबह 3 बजे से, शैव और वैष्णवों का एक ही समय

सिंहस्थ का अंतिम शाही स्नान शनिवार तड़के 3 बजे से शुरू हो जाएगा। शैव के 7 अखाड़े दत्त अखाड़ा घाट और वैष्णव, उदासीन और निर्मल के 6 अखाड़े रामघाट पर स्नान करेंगे। शैव और वैष्णव अखाड़ों का स्नान एक साथ शुरू होगा। दत्त अखाड़ा घाट सुबह 7 बजे और रामघाट सुबह 11 बजे बाद आम यात्रियों को स्नान के लिए खोल दिया जाएगा।
महामंडलेश्वर और खालसों को अलग जुलूस निकालने की इजाजत नहीं होगी। जुलूस में बिना नंबर की गाड़ी नहीं होगी और बिना परिचय पत्र के कोई व्यक्ति या साधु शामिल नहीं होगा। जो अखाड़ों के साथ नहीं आएंगे, उन्हें
प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शाही जुलूस मार्गों पर दुकानें बंद रखी जाएंगी। यह फैसले गुरुवार को मेला कार्यालय में हुई अभा अखाड़ा परिषद और मेला प्रशासन की संयुक्त बैठक में लिए। बैठक में एडीजी वी. मधुकुमार, संभागायुक्त डॉ.रवींद्र पस्तौर, कलेक्टर कवींद्र कियावत, एसपी मनोहर वर्मा, मेला अधिकारी अविनाश लवानिया तथा तेरह अखाड़ों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
कौन सा अखाड़ा कब स्नान करेगा...
रामघाट
3 से 3.45 बजे वैष्णव निर्मोही अखाड़ा।
4 से 4.45 वैष्णव दिगंबर अखाड़ा।
5 से 5.45 वैष्णव निर्वाणी अखाड़ा।

रूट- खाक चौक से अंकपात, निकास, कंठाल, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी, कहारवाड़ी, रामानुजकोट से रामघाट। वापसी गंधर्व घाट से दानीगेट, बिलोटीपुरा, जूना सोमवारिया, पीपलीनाका, अंकपात से अपने कैंप।

8 से 8.45 बड़ा उदासीन व नया उदासीन

रूट- बड़ा उदासीन अखाड़े से राजपूत धर्मशाला, दानीगेट, मोढ़ की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा होकर रामघाट। नया उदासीन बड़नगर रोड छावनी से शंकराचार्य चौराहा होकर रामघाट।

9.30 से 10.15 निर्मल अखाड़ा

रूट- बड़नगर रोड कैंप से शंकराचार्य चौराहा, छोटी रपट होकर रामघाट
दत्त अखाड़ा घाट

तड़के 3 से 3.45 बजे जूना, आवाहन और अग्नि अखाड़ा।

रूट : भूखीमाता के समीप छावनी से भूखीमाता रोड होकर शंकराचार्य चौराहे से दत्त अखाड़ा घाट।

सुबह 4 से 4.45 निरंजनी और आनंद अखाड़ा।

रूट : बड़नगर रोड छावनी से शंकराचार्य चौराहा होकर दत्त अखाड़ा घाट।

सुबह 5 से 5.45 महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा।

रूट : बड़नगर रोड छावनी से शंकराचार्य चौराहा होकर दत्त अखाड़ा घाट।

वीआईपी का विरोध नहीं करें : नरेंद्रगिरी

अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने अखाड़ों से कहा कि यदि किसी अखाड़े के साथ कोई वीआईपी स्नान करता है तो उसका विरोध नहीं करना चाहिए। यह संबंधों की बात है। हमें खुश होना चाहिए कि हमारे भाई के वीआईपी से अच्छे संबंध हैं।

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