सिंहस्थ महापर्व के दौरान 72 साल बाद गुरुवार को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार नक्षत्रों का राजा पुष्य खरीदी के साथ ही धर्म-आध्यात्म की दृष्टि से भी श्रेष्ठ है। इस दिन शिप्रा स्नान तथा दान का विशेष महत्व है।
पं.अमर डब्बावाला के अनुसार रामानुजाचार्य जयंती के दिन गुरु पुष्य नक्षत्र का होना विशेष शुभ माना जाता हैं। धर्मशास्त्र की मान्यता के अनुसार सिंहस्थ
के दौरान बनने वाल पुष्य दीक्षा की दृष्टि से भी खासा महत्व रखता हैं। खरीदारी के लिए भी यह दिन श्रेष्ठ है। इस दिन सोना, चांदी, वाहन, आभूषण, वस्त्र, पात्र, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद आदि खरीदना स्थाई समृद्धि का कारक माना गया है।
यहां होंगे आयोजन
-रामानुजकोट-रामानुज संप्रदाय के प्रसिद्ध रामानुजकोट में रामानुजाचार्य जयंती पर भगवान लक्ष्मी-वैंकटेश का सहस्त्रधारा अभिषेक-पूजन होगा।
-बड़नगर स्थित तिरुपति धाम में श्री कांताचार्यजी महाराज के सानिध्य में जयंती उत्सव मनेगा।
Simhastha ujjain 2016,
Simhastha mahaparva ujjain
No comments:
Post a Comment