Friday 6 May 2016

सिंहस्थ: आपदा आते ही चर्चा में चांडाल योग


महाकुंभ में गुरुवार शाम आई प्राकृतिक आपदा के बाद चांडाल योग चर्चा में आ गया। सोशल मीडिया पर चांडाल योग ट्रेंड होने लगा। मेला क्षेत्र में भी लोगों में इस अनिष्टकारी योग को लेकर खासी चर्चाएं रहीं।

ज्योतिषाचार्य दावा करते हैं कि ग्रह गोचर में गुरु-राहु का चांडाल योग तथा मंगल-शनि के युति संबंध के साथ गुरुवार दोपहर 1.37 बजे के बाद सूर्य, बुध, शुक्र तथा चंद्र इन चारों ग्रहों का मेष राशि में होकर एक-दूसरे पर नवम पंचम व्रक दृष्टि डालना प्राकृतिक आपदा का कारण बना।


ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार जब जल का कारक ग्रह चंद्रमा तथा मौसम का कारक ग्रह बुध, अग्नि तत्व मंगल की राशि मेष में गोचर करते हैं, तो आंधी, वर्षा तथा ओलावृष्टि होती है।

पं. डब्बावाला के मुताबिक आने वाले दो दिन खासी सावधानी बरतने के हैं क्योंकि चंद्रमा अगले दो दिन और मेष राशि में रहेंगे। इससे उज्जैन सहित आसपास के शहरों में बारिश, ओलावृष्टि हो सकती है।

9 मई से बदलेगी स्थिति

9 मई को अक्षय तृतीया पर शाम 5.15 बजे गुरु मार्गीय होंगे। इसके बाद चांडाल योग का प्रभाव कम हो जाएगा। मौसम में सुधार होगा तथा आपदाओं में कमी आएगी।

चांडाल योग का प्रभाव

ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास के अनुसार जब कोई शुभ ग्रह जैसे गुरु, पाप ग्रह राहु के साथ हो तो यह युति चांडाल योग कहलाती है। इसमें बारिश, अग्निकांड, भूकंप, रक्तपात, विवाद, युद्ध जैसी घटनाएं होती हैं। इसी के प्रभाव से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। गौरतलब है कि ज्योतिष सम्राट ऋषभचंद्र विजयजी ने भी भैरवगढ़ जैन तीर्थ पर चातुर्मास के दौरान सिंहस्थ में प्राकृतिक आपदा होने की बात कही थी।





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