Monday 16 May 2016

"केवल दो बच्चे पैदा करने वाला हिंदू धर्म का शत्रु "

कुंभ नगरी उज्जैन में रविवार रात साधु-संतों की चौथी हिंदू संसद हुईं, जिसमें समान नागरिक आचार संहिता

और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग दोहराई गई। कहा गया कि केवल दो बच्चे पैदा करने वाला हिंदू धर्म का शत्रु है और पांच से कम बच्चे पैदा करने वाला हिंदू धर्म द्रोही। भूखीमाता क्षेत्र में दूधेश्वर अन्न्पूर्णा कैंप में हुई इस हिंदू संसद का आयोजन हिंदू स्वाभिमान सांस्कृतिक गौरव संस्थान और सनातन हिंदू वाहिनी की ओर से किया गया था। अध्यक्षता
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय मंत्री स्वामी नारायण गिरी महाराज ने की। कहा कि भारत का राजनीतिक तंत्र मानसिक रूप से दिवालिया हो गया है। सरकार समझ नहीं पा रही कि जनसंख्या को नियंत्रित किए बिना विकास का स्वप्न पूरा नहीं होगा।
जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदू धर्मगुरुओं को ज्ञान बांटने वाले कभी आतंकवादी तैयार करने वाले संगठनों पर भी विचार दुनिया के सामने रखें। अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि एक कथित वर्ग के कारण सालों से पाकिस्तान, बाग्लादेश और कश्मीर में हिंदू बेटियां सुरक्षित नहीं है।
भारत में ऐसे हालात न बनें, इसके लिए समान नागरिक आचार संहिता और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना बहुत जरूरी हो गया है। सरकार ने मांग नहीं मानी तो आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम को महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी, स्वामी प्रज्ञानंद महाराज, हरिओम गिरी, डॉ. स्वामी प्रेमानंद महाराज, विवेकानंद ब्रह्मचारी, नरेंद्रानंद गिरी, स्वामी सत्यप्रकाशानंद, अभा हिंदू महासभा के चंद्रप्रकाश कौशिक, डॉ. महेशचंद, विनोद सर्वोदय आदि ने भी संबोधित किया।

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