Saturday 21 May 2016

महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ ने भस्मारती प्रवेश गेट तोड़ दिया

सिंहस्थ के अंतिम पर्व स्नान पर अलसुबह महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ ने भस्मारती प्रवेश गेट तोड़ दिया। मंदिर की वेबसाइट पर एनआईसी की लापरवाही के कारण भस्मारती और विशेष दर्शन पास की बुकिंग चालू रह गई, जिससे शुक्रवार सुबह 6.30 बजे श्रद्धालुओं ने हंगामा कर दिया। गेट का प्रवेश पास होने के बाद भी प्रवेश नहीं दिए जाने पर श्रद्धालुओं ने गेट तोड़ दिया। घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने 150 का पुलिस बल मंदिर के हर गेट पर तैनात कर मंदिर को छावनी में बदल दिया।

महाकाल मंदिर में 21 अप्रैल से भस्मारती की बुकिंग बंद है। समिति ने श्रद्धालुओं के लिए भस्मारती में चलायमान व्यवस्था लागू कर रखी है, लेकिन शुक्रवार की सुबह आईटी की लापरवाही के कारण वेबसाइट पर बुकिंग चालू रह गई, जिसके कारण पांच श्रद्धालु बुकिंग कर सुबह 4 बजे मंदिर पहुंच गए। यहीं नहीं गुरुवार को भीड़ बढ़ती देख मंदिर प्रशासन ने भस्मारती गेट से 250 रुपए के विशेष दर्शन पास की बुकिंग मंदिर क्षेत्र के आसपास क्षेत्र में बने काउंटरों पर बंद कर दी थी, लेकिन ऑनलाइन पर बंद नहीं करने से 500 से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पास खरीदकर सुबह 6 बजे मंदिर पहुंच गए। भस्मारती गेट बंद होता देख प्रशासन की लापरवाही को देख श्रद्धालुओं का गुस्सा फूट पड़ा। श्रद्धालुओं ने समिति पर आरोप लगाते हुए भस्मारती गेट से प्रवेश देने की बात को लेकर गेट ही तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद करीब 7 बजे पुलिस प्रशासन ने 150 से अधिक का पुलिस बल तैनात कर मंदिर के सभी प्रवेश द्वार को छावनी में तब्दील कर दिया। लापरवाही हुई है महाकाल की वेबसाइट बुकिंग चालू रह जाने की लापरवाही सामने आई है। भस्मारती प्रवेश गेट बंद करने के बाद श्रद्धालुओं ने यहीं से प्रवेश करने की मांग की, लेकिन नहीं जाने दिया गया तो गेट तोड़ दिया। मंदिर में स्थिति सामान्य है। श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला जारी है। - आरपी तिवारी, महाकाल मंदिर प्रशासक सर्वर की तकनीकी परेशानी से भस्मारती की बुकिंग हुई है। घटना होने के बाद आईटी विभाग की टीम ने इसे तत्काल बंद कर दिया। - धर्मेंद्र यादव, एनआईसी प्रभारी लाखों श्रद्धालु नहीं पहुंच पाए मंदिर सुबह की घटना के बाद पुलिस ने रामघाट, नृसिंहघाट से स्नान कर मंदिर की ओर आ रहे श्रद्धालुओं को डायवर्ट करना शुरू कर दिया। नृसिंहघाट की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को हरसिद्धि माता मंदिर के चौराहे से ही पुलिस प्रशासन हरिफाटक ओवर ब्रिज की ओर भेजते देखे गए। वहीं रामघाट की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को हरसिद्धि पाल के रास्ते से कार्तिक चौक, गुदरी की ओर से भेजकर गलियों में दिनभर घुमाया जाता रहा। मंदिर के पुजारी, पुरोहितों ने बताया कि शुक्रवार को श्रद्धालुओं की संख्या हर घंटे बढ़ती रही। यह देख महाकाल की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं की सिंहपुरी से लेकर गुदरी, पटनी बाजार सहित कई क्षेत्रों में डायवर्ट करना शुरू कर दिया। बाहर से आने वाले श्रद्धालु दिनभर मंदिर जाने का रास्ता ही पूछते रहे।

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