Friday 6 May 2016

आस्था से हारी आपदा, पर्व स्नान करने पहुंच रहे लाखों भक्त

उज्जैन। महाकाल की नगरी में बारिश ने प्रलय बन कर ऐसा कहर बरपाया कि अबतक सात लोगों की जान जा चुकी है। 90 से अधिक घायल हैं। गुरुवार को अचानक शुरू हुई भारी बारिश और तेज आंधी ने सिंहस्थ मेला क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचाया है। कई पंडाल गिर गये हैं।  घायलों को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद पूरा प्रशाशन हरकत में आ गया और डेमेज कंट्रोल करने में जुट गया है।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में हर तरफ कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रहा है।

सीएम ने दिया मदद का भरोसा

हादसे की जानकारी मिलते ही सीएम शिवराज ने घटना का दु:ख प्रकट करते हुए उज्जैन के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के आर्थिक मदद का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुआवजा राशि बढ़ाते हुये मृतकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपए, गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए तथा सामान्य घायलों को 25-25 हजार रुपए की राशि देने की घोषणा की है। मृतकों के परिवारों को मेला क्षेत्र में किये गये बीमे की दो-दो लाख रुपए की राशि उक्त राशि के अलावा दी जायेगी।

आज 25 लाख लोग करेंगे स्नान

मेला क्षेत्र में पंचकोशी यात्रियों के जत्था पहुंचना शुरू हो गया है। आज अमावस्या पर सिंहस्थ में पर्व स्नान होना है। प्रशासन के अनुसार इस स्नान में 15 लाख पंचकोशी यात्रियों सहित करीब 25 लाख से ज्यादा लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। ऐसे में प्रशासन दुविधा में है।

अखाड़ों ने की अपील

हादसे के बाद अखाड़ों ने भी सिंहस्थ में आए यात्रियों के लिए अपने अखाड़ों का द्वार खोल दिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा है सिंहस्थ में आये भक्तों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी यात्री मेला क्षेत्र के 13 अखाड़ों में रुक कर रात बिता सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अखाड़ों में भक्तों की भोजन की भी व्यवस्था भी की गई है।

प्रशासन ने कसी कमर

तेज आंधी और बरसात से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बुनियादी व्यवस्थाओं के प्रभावित होने के बाद बिजली, पेयजल, शौचालय, सड़कों की दुरूस्ती आदि सभी बुनियादी सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर ने बताया कि मेला क्षेत्र में तेज बरसात के बाद भूखी माता क्षेत्र में एक सीवेज लाइन के लीकेज होने की सूचना मिलते ही उसे तुरन्त ठीक कर लिया गया है। सीवेज लाइन से निकले गन्दे पानी को शिप्रा में मिलने से पूरी तरह रोक दिया गया। रामघाट पर सीवेज के खुलने की सूचना पर सफाई अमले ने तत्काल चेम्बर को बन्द कर दिया। इसके साथ ही सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बहने वाले छोटे-बड़े नालों के गन्दे पानी को भी टैंकर्स द्वारा भरकर उसका सुरक्षित निपटान किया जा रहा है।

रामघाट सहित मेला क्षेत्र के अन्य सभी घाटों के आसपास शौचालयों के चेम्बर्स, नालियों की अच्छी तरह से साफ-सफाई करा दी गई हैं। आज पर्व स्नान कको देखते हुए क्षिप्रा स्नान के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये नर्मदा का जल निरन्तर क्षिप्रा में प्रवाहित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार आज के स्नान के लिए रातभर घाटों की साफ-सफाई की गई। मेला क्षेत्र में जहां कहीं भी कीचड़ है, वहां गिट्टी की चूरी डालकर सभी मार्गों को आवागमन के लिये ठीक करने का काम जारी है।

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