Tuesday 10 May 2016

ASP पर श्रीमहंत से अभद्रता का आरोप, प्रभारी मंत्री ने माफी मांगीश,गुस्साए संत


सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान पर चारों तरफ अव्यवस्थाओं के कारण साधु-संतों को परेशानी हुई। आलम यह था कि शाही स्नान के लिए बड़नगर रोड से आ रहे निरंजनी अखाड़े के जुलूस को एएसपी मनोज केडिया ने दस हिस्सों में बांट दिया। जब उनके श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने शिकायत की तो उनसे अभद्रता की।
इससे नाराज श्रीमहंत ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने स्नान के बहिष्कार का एलान कर दिया। वे घाट पर धरने पर भी बैठ गए। उन्हें मनाने के लिए प्रभारी मंत्री भूपेंद्रसिंह पहुंचे और माफी मांगी। प्रभारी मंत्री ने एडीजी वी मधुकुमार को केडिया को निलंबित करने के निर्देश दिए तब
श्रीमहंत माने। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और दिव्यानंद तीर्थ के भक्तों ने भी धरना दिया और पहाड़ी बाबा के शिष्यों ने भी चार घंटे तक प्रदर्शन किया। वहां सेक्टर और जोनल अधिकारियों ने पहुंच कर मामला शांत कराया।

शाही स्नान की व्यवस्थाओं को लेकर कई दौर की बातचीत के बाद भी प्रशासन अंतत: एनवक्त पर असफल नजर आया। तपोनिधि निरंजनी का शाही जुलूस रवाना हुआ तो उसे दस हिस्सों में पुलिस ने बांट दिया। इससे जुलूस तितर-बितर नजर आने लगा। रवींद्र पुरी ने एएसपी को शिकायत की तो वह उनसे अभद्रता करने लगा। नाराज श्रीमहंत जुलूस के एक हिस्से के साथ घाट के करीब पहुंचे तो उन्होंने नाराजगी जताई। निरंजनी के ही श्रीमहंत व अभा अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने उन्हें समझाइश दी।
जुलूस के पहले हिस्से के स्नान के बाद उनके महामंडलेश्वर पीछे रह गए। इस पर रवींद्र पुरीजी ने फिर अधिकारियों को आड़े हाथों लिया तथा जुलूस व्यवस्था नहीं कर पाने की शिकायत की। उन्होंने कहा हम शाही स्नान नहीं करेंगे। इसके बाद प्रभारी मंत्री, केंद्रीय सिंहस्थ समिति अध्यक्ष माखनसिंह चौहान, एडीजी वी मधुकुमार, मेला अधिकारी अविनाश लवानिया ने भी उनसे माफी मांगी। श्रीमहंत को आश्वस्त कि दोषी अधिकारी निलंबित किया जाएगा।

नाराज शंकराचार्य दिव्यानंद के शिष्यों ने किया चक्काजाम

पुलिस की अभद्रता से नाराज भानपुरापीठ के शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद सरस्वती के 50 से अधिक शिष्यों व संतों ने सोमवार देरशाम महाकाल मंदिर के पीछे माधव सेवा न्यास के बाहर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों से माफी मंगवाई तब जाकर संतों ने जाम हटाया। दिव्यानंद जी का शिविर बड़े गणेश मंदिर के पास छोटे रुद्रसागर में लगा है। लेकिन जगह कम होने से प्रवचन के लिए माधव सेवा न्यास के हॉल किराए पर लिए है। सोमवार शाम न्यास से शिविर में जा रहे शंकराचार्य के शिष्यों व अन्य संतों को पुलिसकर्मियों ने रोक दिया और अभद्रता भी की।

स्वरूपानंद के पंडाल में नाले का पानी घुसा

बारिश के दौरान सोमवार शाम चारधाम मंदिर के सामने रुद्रसागर में ज्योतिष व शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के पंडाल में नाले का पानी भर जाने से नाराज शंकराचार्य के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पंडाल छोड़कर बाहर सड़क पर आकर बैठ गए। विरोध स्वरूप शंकराचार्य के 150 से अधिक अनुयायियों ने मेला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चक्काजाम कर दिया।
पानी नहीं मिलने से गुस्साए संत, चार घंटे प्रदर्शनआक्रोश फूटा
मंगलनाथ जोन के साधु-संतों ने सोमवार को खाकचौक पर चार घंटे प्रदर्शन किया। इस दौरान ढाई घंटे यातायात जाम रहा। वे पंडाल में पानी नहीं मिलने व सेप्टिक टैंक ओवरफ्लो होने से नाराज हैं। जोन के अफसर उन्हें मनाने पहुंचे लेकिन वे प्रभारी मंत्री को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे। प्रभारी मंत्री तो नहीं आए। अफसरों के आश्वासन बाद बाद शाम 4.30 बजे से शुरू हुआ धरना रात 8.45 बजे से खत्म हुआ।

खाकचौक से आगर रोड नाका नंबर पांच के बीच श्री पहाड़ी बाबा नगर खालसा के जगद गुरु द्वाराचार्य श्रीराजेंद्रदासजी देवाचार्य महाराज, श्रीलक्ष्मी-नृसिंह खालसा के महामंडलेश्वर बालकृष्ण दासजी महाराज का पंडाल है। महाराज का कहना है कि उनके पंडाल में पीने का पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा है। रोज एक घंटा पानी आता है जो काफी नहीं है। पंडाल में चार सेप्टिक टैंक बनाए गए हैं, जो ओवरफ्लो हो गए हैं।

स्वामीजी ने भास्कर से चर्चा में कहा 6 मई को जब तेज बारिश हुई थी तब भी पंडाल में बारिश के साथ नाले का पानी भर गया था। हमने प्राकृतिक आपदा समझकर ध्यान नहीं दिया। लेकिन आज जब फिर बारिश हुई तो शंकराचार्य के कक्ष, रसोई घर, पूजा घर सहित पूरे पंडाल में नाले का पानी भर गया। इस पानी में कैसे रह सकते हैं।
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