Wednesday 4 May 2016

सैप्टिक टैंक ओवरफ्लो होने से भोजन का सामान खराब, साधुओं का चक्काजाम


बड़नगर रोड और मंगलनाथ क्षेत्र स्थित दो संतों के शिविर में मंगलवार को सैप्टिक टैंक भरकर ओवरफ्लो हो गए। आक्रोशित होकर मुल्लापुरा क्षेत्र में साधुओं ने चक्काजाम कर दिया अौर सड़क पर प्रदर्शन किया। दोनों ही जगह सैप्टिक टैंक का गंदा पानी बाहर निकलकर किराना भंडार गृह में पहुंच गया। इसमें हजारों लोगों के लिए बनने वाले भोजन का सामान खराब हो गया है।

मुल्लापुरा क्षेत्र में महंत रामगिरि महाराज डंडा वाले बाबा के शिविर में मंगलवार सुबह सैप्टिक टैंक का पानी सपोर्ट के लिए बनाए टैंक में भरकर बाहर आ गया।
गंदा पानी समीप ही बने किराना भंडार गृह में पहुंच गया। इससे पूरे पंडाल में बदबू फेल गई। जब ठेकेदार को इसकी सूचना दी तो उसने कहा कि उसका काम पूरा हो गया है। सैप्टिक टैंक ओवरफ्लो होने के लिए वह जिम्मेदार नहीं है। फोन लगाने पर अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया। इसके बाद डंडे वाले बाबा सहित साधु संतो ने मुल्लापुरा की सड़क पर चक्काजाम कर दिया। साधु संत इतने नाराज थे कि उन्होंने बेरिकेड्स हटाकर रास्ता बंद कर दिया। सूचना मिलने पर सेक्टर पुलिस अधिकारी पहुंचे और समझाइश देकर रास्ते से साधुओं को हटाया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि सैप्टिक टैंक की समस्या दूर कर दी जाएगी अब इस तरह पानी बाहर नहीं निकलेगा।

इसी तरह मंगलनाथ जोन में दिगंबर अखाड़े के समीप रामलला खालसा ललितपुर वाले खड़ेश्वर बाबा के शिविर में सोमवार रात 11 बजे सैप्टिक टैंक ओवरफ्लो हुआ। पंडाल में साधु विश्राम करने चले गए थे इस कारण कोई देख नहीं पाया और सैप्टिक टैंक का गंदा पानी बहकर किराना भंडार गृह में पहुंच गया। इससे हजारों लोगों के भोजन का सामान खराब हो गया है। शिविर में 9 मई को साधु-संतो के लिए भंडारा होने वाला था।

खड़ेश्वर बाबा के शिविर में सैप्टिक टैंक से बाहर आई गंदगी दिखाता साधु।

इतना नुकसान 

1.5 क्विंटल शकर, 2 क्विंटल चावल, 20 किलो मिर्ची, धनिया, 8 किलो हल्दी, 4 किलो जीरा, 5 क्विंटल आटा, 50 किलो आलू, 6 किलो बेसन, 50 किलो चना दाल।
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